प्रकृति के रक्षक – Story on Nature in Hindi
सुंदरबन में लगातार हमले हो रहे थे वहां के सभी जानवर घबराए हुए थे सुंदरबन में आए दिन कोई ना कोई घटना घटित हो रही थी जंगल के जानवरों का अंधाधुंध शिकार हो रहा था कईयों के परिवार पूरी तरह उजड़ चुके थे जंगल की महत्वपूर्ण वनस्पतियों का बेतरतीब दोहन जारी था वृक्षों का कटान भी भारी मात्रा में हो रहा था इन सब से चिंतित होकर जंगल के राजा गजराज गज्जू ने एक बैठक बुलाई जंगल के सभी जानवरों को बुलाया गया सभी जानवर पुराने बरगद के पेड़ के नीचे एकत्रित हो गए।

गजराज गज्जू ने सभी जानवरों को संबोधित करते हुए कहा हमारी प्रकृति अत्यंत संकट में है जंगलों का अत्याधिक का कटान हो रहा है खनिज पदार्थों की खोज में मानव ने धरती की छाती छलनी कर दी है अपने स्वार्थ के लिए वह हम जानवरों का शिकार कर रहा है पिछले कुछ वर्षों में हमारे सुंदरबन के सैकड़ों गैंडे बाघ हाथी हिरण बारहसिंघा आदि जानवरों की हत्या कर दी गई है खाद श्रंखला के संतुलन के लिए सभी घटकों का होना अत्यंत जरूरी है मनुष्य इस बात को नहीं समझ रहा है अब हमें प्रकृति की रक्षा के लिए खुद कदम उठाने होंगे पहले हमें अपना सुंदरबन बचाना होगा आप लोग सुझाव दीजिए सुंदरवन की रक्षा के लिए हम क्या कर सकते हैं।
हमें जंगल के चारों और गहरी खाई बना देनी चाहिए हेमू हिरण ने कहा जंगल के चारों और बड़ी सी दीवार खड़ी कर देनी चाहिए भालू बोल पड़ा कोई अन्य सुझाव दोनों सुझाव ठीक है लेकिन इसकी प्रक्रिया में लंबा समय लगेगा हमें जल्द ही कोई प्रभावी कदम उठाना होगा गजराज गज्जू ने कहा हमें प्रकृति के रक्षक मिशन पर काम करना होगा जिसमें मानव को सबक सिखाने के साथ-साथ सुंदरबन में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर काम करना होगा लंबू जिराफ ने कहा।
मिशन प्रकृति के रक्षक यह क्या है जरा स्पष्ट करो गजराज गज्जू ने कहा हमें एक फौज बनानी होगी जो सुंदरबन की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहे लंबू ने कहा हां इस पर काम किया जा सकता है तुम अपनी पूरी योजना बताओ गजराज गज्जू ने उत्सुकता से कहा हम सुंदरबन के चारों और मधुमक्खियों की 4 टुकड़ियों स्थापित करेंगे उनके पीछे जंगली कुत्तों की दो टुकड़ियों और उसके पीछे से भेड़ियों की दो झुंड यह हमारे सुंदरबन की सेना होगी इसमें जो सम्मिलित होंगे उनके भोजन आदि की व्यवस्था हम सुंदरबन के जानवरों को करनी होगी हमारी फौज को भोजन आदि की चिंता नहीं होनी चाहिए लंबू ने विस्तार से कहा।
अरे भाई यह तो अच्छा विचार है हम कल ही प्रकृति के रक्षक नाम की सेना तैयार करते हैं जो मानव को सुंदरबन में घुसने से रोकेगी गजराज गज्जू ने कहा सुंदरबन ने अपनी फौज तैयार की उसके बाद जब भी शिकारी सुंदरबन पर हमले के मकसद से आते तो सुंदरबन की सेना उनको खदेड़ देती इस तरह सुंदरबन पहले की तरह समृद्ध हो गया सुंदरबन में जानवरों की संख्या भी बढ़ने लगी चारों तरफ पेड़ ही पेड़ दिखाई देने लगे।
सुंदरबन के राजा गजराज गज्जू जब यह देखकर बहुत प्रसन्न हुए अब वह साल में एक बार प्रकृति संरक्षण उत्सव मनाते जिसमें खूब नाच गाना होता बड़े सत्र पर पौधरोपण होता है इस दिन प्रकृति के रक्षकों को भी सम्मानित किया जाता सुंदरबन के सेना के जवानों को इस उत्सव में विशेष पकवान खिलाए जाते थे इस तरह सुंदरबन पूरी तरह मुक्त हो गया था सुंदरबन की जानवरों के प्रकृति संरक्षण की पहल को अन्य जान जंगलों के जानवरों से खूब सराहना मिलने लगी थी।
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