Poem on Nature in Hindi
नदी
न बहता पानी
रचता रहता आगे
बढ़ते रहने की कहानी
समुंद्र
की उठती लहरें
प्रगति की हैं प्रतीक
पर्वत
बुलंदियों को छूने
की देते हैं दावत
माँ
बन ढोहती रहती
सबका बोझ
पेड़
देते फल और छाया
फूल
सब के मन को भाए
सुगंध लौटाकर भी हर्षाए
प्यारे बच्चों सीखो
इनसे सीख
अन्य कविताएं –
The post Poem on Nature in Hindi प्रकृति पर कविताएं appeared first on HindiPot.