Khush kaise rahe in Hindi खुश रहने का तरीका
एक कहावत है यदि आप खुश नहीं रह सकते तो घर से बाहर ही न निकलें क्योंकि रोती सूरत, लटका चेहरा लेकर आप जहां भी जाएंगे ,बदले में उपेक्षा ही पाएंगे किन्तु यदि आप खुश रहने के लिए यह टिप्स अपनाएंगे तो आपको अपने मन की प्रसन्नता बाहर तलाशने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
चेहरे पर थिरकती हल्की मुस्कान आपके मन की प्रसन्नता को आंखों के बाहर से प्रदर्शित करती है। मुस्कराकर व्यक्त किया गया अभिवादन , स्वीकार किया गया अभिनन्दन आपको हमेशा प्रसन्न और खुश रखेगा।
प्रसन्न मन ही आपको प्रसन्न रखता है इसीलिए आप हीन भावना का शिकार होने से बचें तथा किसी के पास रोने की आदत का सर्वथा परित्याग करें। इसके स्थान पर इन्हे स्वीकार करने की आदत डालें। अवसादों , निराशाओं , आशंकाओं से घिरा मन आपके मुख -मंडल पर प्रसन्नता नहीं ठहरने देता , इसीलिए इन भावनाओं से खुद को दूर रखने का प्रयत्न करें।
अपनों से बड़ी -बड़ी अपेक्षाएं करना और फिर इन अपेक्षाओं के पूरा न होने पर दुखी होना मूर्खतापूर्ण सोच है। अपेक्षाओं की यह सोच ही हमें दूसरों से जुड़ने नहीं देती और हम मित्रों , रिश्तेदारों और शुभचिंतकों से दूर होते चले जाते हैं।
ताने , उलाहने , हमेशा जली -कटी सुनाना , व्यंग्य कसना , दूसरों की सफलताओं को देखकर जलना , अपने को कोसते रहना आदि ऐसे व्यवहार हैं जो हमेशा आपको तनावग्रस्त बनाये रखते हैं। शिकायतों , तानों और अपेक्षाओं के इस व्यवहार में हमेशा यह सोचें व्यवहारों का प्रभाव हमेशा प्रतिक्रियावादी होता है।
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